FASTAG का सिस्टम हुआ खत्म, 1 अगस्त 2025 से इस तरीके से कटेगा टोल टैक्स

FASTag System – भारत में हाईवे पर सफर करने वाले करोड़ों वाहन चालकों के लिए एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। सरकार ने ऐलान किया है कि 1 अगस्त 2025 से FASTAG सिस्टम को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा और उसकी जगह एक नया टोल वसूली सिस्टम लागू किया जाएगा। अब टोल टैक्स कटेगा गाड़ी की नंबर प्लेट से सीधे – यानी Automated Number Plate Recognition (ANPR) तकनीक से। यह बदलाव न सिर्फ टेक्नोलॉजी में एक नई शुरुआत है, बल्कि इससे यात्रियों की सुविधा, समय की बचत और टोल प्लाज़ा पर ट्रैफिक जाम जैसी परेशानियां भी काफी हद तक खत्म हो सकती हैं। इस आर्टिकल में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि यह नया सिस्टम कैसे काम करेगा, इसकी जरूरत क्यों पड़ी, आम आदमी पर इसका क्या असर पड़ेगा, और आपको अपनी गाड़ी में क्या बदलाव करने की ज़रूरत होगी।

FASTAG क्यों हुआ बंद?

FASTAG को बंद करने का मुख्य कारण इसके इस्तेमाल में आ रही लगातार तकनीकी समस्याएं थीं। कई बार स्कैनिंग में गड़बड़ी, बैलेंस अपडेट न होना, टोल पर गाड़ियों की लंबी कतारें और डबल चार्जिंग जैसी शिकायतें सामने आ रही थीं। इसके अलावा कुछ टोल प्लाज़ा पर FASTAG सिस्टम सही ढंग से लागू नहीं हो पाया, जिससे यात्रियों को परेशानी होती रही। इन सभी समस्याओं को खत्म करने के लिए सरकार ने नया और ज्यादा स्मार्ट टोल वसूली सिस्टम लाने का फैसला किया।

  • साल 2016 में शुरू हुआ FASTAG सिस्टम, टोल वसूली को डिजिटल बनाने के लिए लाया गया था।
  • लेकिन बीते कुछ वर्षों में इसमें कई समस्याएं आईं:
    • स्कैनिंग में दिक्कतें
    • बैलेंस कम होने पर गाड़ी रोकी जाती थी
    • कई बार डबल कटौती की शिकायतें भी आईं
    • टोल प्लाजा पर फिर भी लंबी कतारें लगी रहती थीं
  • इन सभी परेशानियों को देखते हुए सरकार ने टेक्नोलॉजी को और एक कदम आगे बढ़ाने का फैसला किया।

नया सिस्टम: ANPR क्या है और कैसे काम करेगा?

नया सिस्टम Automated Number Plate Recognition यानी ANPR तकनीक पर आधारित है। इसमें गाड़ी की नंबर प्लेट को कैमरे से स्कैन किया जाएगा और उसी से टोल की रकम कटेगी।

  • गाड़ी की नंबर प्लेट को हाई-स्पीड कैमरे पहचानेंगे
  • गाड़ी की जानकारी Transport Database से मैच होगी
  • उसी अकाउंट से पैसे कट जाएंगे जो नंबर प्लेट से लिंक होगा
  • कोई रुकावट नहीं – गाड़ी बिना रुके गुजर सकेगी

उदाहरण: अगर आप दिल्ली से जयपुर जा रहे हैं, तो टोल प्लाज़ा पर लगे कैमरे आपकी गाड़ी की नंबर प्लेट को स्कैन करेंगे और आपके लिंक्ड अकाउंट से टोल काट लिया जाएगा। ना कोई रुकावट, ना कोई FASTAG की जरूरत।

इस बदलाव से लोगों को क्या फायदा होगा?

यह बदलाव आम यात्रियों के लिए कई मायनों में फायदेमंद होगा:

  • समय की बचत: टोल प्लाज़ा पर रुकने की जरूरत नहीं
  • कोई मैनुअल एरर नहीं: स्कैनिंग में गड़बड़ी या डबल चार्ज की समस्या नहीं
  • कम ट्रैफिक जाम: टोल पर रुकावट खत्म होने से जाम भी नहीं लगेगा
  • 100% डिजिटल: पूरा सिस्टम डिजिटल और ट्रांसपेरेंट रहेगा
  • सुरक्षा में सुधार: ट्रैफिक डेटा रीयल टाइम में रिकॉर्ड होगा

लोगों को क्या करना होगा – जरूरी तैयारी

सरकार की ओर से यह कहा गया है कि सभी गाड़ियों की नंबर प्लेट हाई-सिक्योरिटी नंबर प्लेट (HSRP) होनी चाहिए, जो स्कैनिंग में सपोर्ट करती हो।

  • अगर आपकी गाड़ी में HSRP नहीं है, तो तुरंत लगवाएं
  • अपना वाहन नंबर Transport App या वेबसाइट पर लिंक करें
  • बैंक खाता या वॉलेट लिंक करें जिससे टोल की रकम कट सके
  • पुराने FASTAG को बंद करवाना न भूलें

कौन-कौन सी गाड़ियां प्रभावित होंगी?

यह नियम सभी चार पहिया और उससे ऊपर के वाहनों पर लागू होगा:

वाहन का प्रकार HSRP जरूरी नया सिस्टम लागू होगा
कार (प्राइवेट) हां हां
टैक्सी/कैब्स हां हां
ट्रक और बसें हां हां
टू-व्हीलर नहीं नहीं
ऑटो रिक्शा नहीं नहीं
सरकारी वाहन हां हां
एंबुलेंस/आपातकालीन नहीं/छूट कुछ मामलों में छूट
स्कूल बसें हां हां

वास्तविक जीवन के उदाहरण: बदलाव से क्या फर्क पड़ा

उदाहरण 1:
राजेश जी, जो हर हफ्ते दिल्ली से हरिद्वार ट्रिप करते हैं, बताते हैं कि टोल प्लाज़ा पर लगने वाली लंबी कतारों से बहुत परेशानी होती थी। लेकिन पायलट प्रोजेक्ट के तहत जहां नया ANPR सिस्टम लगाया गया, वहां से उनकी गाड़ी बिना रुके निकल गई और मैसेज से टोल कटौती की जानकारी तुरंत मिली।

उदाहरण 2:
रीता मैडम, जिनकी कैब कंपनी है, कहती हैं कि ड्राइवरों को बार-बार FASTAG के रिचार्ज की झंझट से छुटकारा मिल जाएगा और उन्हें अब गाड़ियों की नंबर प्लेट को ही अपडेट करना है।

किन राज्यों में पहले लागू होगा नया सिस्टम?

सरकार ने पहले चरण में कुछ राज्यों में इसे पायलट रूप में शुरू करने का ऐलान किया है:

  • दिल्ली-एनसीआर
  • महाराष्ट्र (मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे)
  • उत्तर प्रदेश (यमुना एक्सप्रेसवे)
  • गुजरात
  • कर्नाटक

पुराने FASTAG का क्या होगा?

  • 1 अगस्त 2025 के बाद FASTAG से टोल नहीं कटेगा
  • जिनके पास बैलेंस बचा है, उन्हें रिफंड के लिए आवेदन करना होगा
  • NHAI की वेबसाइट या मोबाइल ऐप से रिफंड की प्रक्रिया की जाएगी

यात्रियों को मिलने वाली मुख्य सुविधाएं – एक नजर में

सुविधा FASTAG सिस्टम नया ANPR सिस्टम
स्कैनिंग RFID से नंबर प्लेट से कैमरा द्वारा
गाड़ी रुकती है? कभी-कभी बिल्कुल नहीं
बैलेंस खत्म होने पर? गाड़ी रुक जाती है लिंक्ड अकाउंट से ऑटो कट
ऐप्स की जरूरत? हां नहीं (केवल एक बार लिंक)
डबल कटौती की शिकायत? हां नहीं
इंस्टेंट मैसेज? कभी-कभी तुरंत

टेक्नोलॉजी के इस बदलाव से टोल कलेक्शन सिस्टम में पारदर्शिता, तेज़ी और सुविधा तीनों आएंगी। ज़रूरी है कि लोग समय रहते अपनी गाड़ी में HSRP लगवा लें और अपने अकाउंट को वाहन नंबर से लिंक कर लें। इससे भविष्य की यात्राएं कहीं ज्यादा सहज और स्मार्ट हो जाएंगी।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. क्या मुझे FASTAG रिचार्ज करना है अगस्त 2025 के बाद?
नहीं, 1 अगस्त 2025 से FASTAG पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा।

2. अगर मेरी गाड़ी में HSRP नहीं है तो क्या होगा?
आपकी गाड़ी को टोल पर स्कैन नहीं किया जा सकेगा, जिससे आपको परेशानी हो सकती है।

3. क्या ANPR सिस्टम सभी हाईवे पर लागू होगा?
शुरुआत में कुछ राज्यों में होगा, फिर पूरे देश में लागू किया जाएगा।

4. टोल कटौती की जानकारी कैसे मिलेगी?
SMS या App Notification के जरिए तुरंत जानकारी दी जाएगी।

5. अगर टोल गलत कट गया तो क्या कर सकते हैं?
आप Transport Ministry की वेबसाइट या App से शिकायत दर्ज करा सकते हैं।